मृत्यु से क्यूँ डरूँ, मृत्यु मेरी है अर्धांगिनी। मृत्यु से क्यूँ डरूँ, मृत्यु मेरी है अर्धांगिनी।
विश्वास से रिश्ते अटूट रहते हैं विश्वास से रिश्ते अटूट रहते हैं
प्यार का क्या है! प्यार का क्या है!
और तुम... तुम मुझमें रहकर भी मुझसे जुदा हो। और तुम... तुम मुझमें रहकर भी मुझसे जुदा हो।
बन कर फल कभी थोड़े कच्चे तो कभी थोड़े पक्के, लटकते अधटूटी टहनियों से दिखावी रिश्ते। बन कर फल कभी थोड़े कच्चे तो कभी थोड़े पक्के, लटकते अधटूटी टहनियों से दिखा...
वो तेरा मुझसे रात भर बातें करना, वो तेरा मेरी छोटी - छोटी अदाओं पर मरना, वो तेरा मुझे लड़कियों के नाम... वो तेरा मुझसे रात भर बातें करना, वो तेरा मेरी छोटी - छोटी अदाओं पर मरना, वो तेरा...